
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित “भारत में पशु नस्लों का विकास” कार्यशाला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ-साफ कह दिया – “बिना किसानों की समृद्धि के देश की विकास गाड़ी आगे नहीं बढ़ सकती।”
योगी बोले, भारत कृषि प्रधान देश है, और पशुपालन इसके DNA में है। जब तक किसान के घर में गोवंश नहीं, और गाय दूध नहीं देती, तब तक न तो चाय मीठी लगेगी न ही खेत हरियाले!
यूपी बना दूध का टॉप बॉस
योगी ने बड़े गर्व से बताया कि उत्तर प्रदेश आज दुग्ध उत्पादन में पूरे देश में नंबर वन है। और इसका क्रेडिट जाता है मिल्क प्रोड्यूसर कंपनियों और लाखों महिलाओं को, जो सुबह 5 बजे उठकर दूध से देश की किस्मत लिख रही हैं।
यूपी में कार्यरत 5 मिल्क प्रोड्यूसर
बलिनी (झांसी), गोरखपुर, आगरा, काशी – जहां दूध है, वहां विकास है।
एफएमडी से मुक्ति = पशुपालक की जिंदगी में सुख
एफएमडी यानी खुरपका-मुंहपका – नाम से जितना भयानक, असर में उतना ही नुक़सानदायक!
योगी बोले, “इस बीमारी को जड़ से खत्म करेंगे। केंद्र सरकार भी साथ दे रही है।”
साफ है, गाय के मूंह में नहीं रहेगी बीमारी, किसान के मूंह पर रहेगी मुस्कान।
14 लाख गोवंश को मिला सरकारी ‘हॉस्टल’
2017 से पहले गाय सड़कों पर, अब गोशालाओं में – सीएम बोले, “अब न गाय भूखी, न किसान दुखी।”
3 स्कीम में बंटा गोवंश मिशन:
-
निराश्रित गोआश्रय स्थल योजना: 12 लाख गोवंश
-
सहभागिता योजना: 1.25 लाख किसान – हर माह ₹1500 प्रति गोवंश
-
कुपोषित परिवार योजना: 10,000 परिवार – गोमाता के साथ रोज़गार
प्राकृतिक खेती = बीमारियों से मुक्ति
सीएम योगी ने केमिकल खेती की पोल खोली। बोले, “फर्टिलाइजर से खेत हरा नहीं, शरीर बीमार होता है।”
गाय आधारित खेती ही एकमात्र रास्ता, जो:
-
नदियों को साफ रखे
-
कैंसर, किडनी फेल्योर जैसे रोगों से बचाए
-
गंगा जी को भी खुश रखे
अंडा, मछली, दूध – यूपी अब फूड सुपरस्टार
-
मत्स्य पालन में यूपी बना टॉप लैंड लॉक्ड राज्य
-
अंडा व कुक्कुट पालन में धमाकेदार ग्रोथ
-
गोरखपुर, कानपुर, कन्नौज – NDDB की डेयरी ट्रेनिंग का नया अड्डा
और अंबेडकर नगर का चारा केंद्र – जहां से मिलेगा ‘विकास वाला चारा’!
किसानों की असली बातें, मंच पर दिल से
रामप्रकाश, विनीता, कौशल्या, सोनम, पन्नेलाल – इन नामों ने मंच पर ऐसा जलवा बिखेरा, जैसे गोपालक बन गए मोटिवेशनल स्पीकर।
“सरकार से मिले सहयोग ने हमारी किस्मत बदल दी”, यह सुनकर खुद योगी भी मुस्कुरा उठे।
गाय बचाओ, किसान बढ़ाओ – तभी देश चमकाओ
योगी सरकार का फ़ोकस क्लियर है – गाय + प्राकृतिक खेती + किसान ट्रेनिंग = आत्मनिर्भर भारत।
अब देखना ये है कि ये योजनाएं ज़मीन पर कितनी दूध देती हैं, और कितनी सिर्फ घास खिलाती हैं।